भारत में सोने (गोल्ड) के दाम में हाल ही में तेजी से उतार-चढ़ाव देखने को मिला है। आज भी बाजार में सोने के दाम मजबूत बने हुए हैं। स्थानीय बाजार की रिपोर्ट के अनुसार 10 ग्राम 24 कैरेट सोना लगभग ₹1,35,400 के आस-पास और 22 कैरेट सोना लगभग ₹1,25,000 के आसपास ट्रेंड कर रहा है। सोने के दाम दिन के दौरान उतार-चढ़ाव दिखा रहे हैं और सर्राफा बाजार में कीमतों में कुछ तेजी का रुख भी देखा गया है। कई स्थानों पर कीमतों में ₹1,000 से ₹1,400 तक का रोज़ाना उछाल भी दर्ज किया गया।
क्या सोने का भाव आगे बढ़ेगा या घटेगा?
संभावित वृद्धि (Upward Bias)
- नवभारत टाइम्स के मुताबिक वैश्विक बाजार में सुरक्षित निवेश की मांग बढ़ी है: निवेशक अनिश्चितता के समय सोने की तरफ़ अधिक खरीद करते हैं, जिससे दाम ऊपर जा सकते हैं।
- वहीँ इकोनॉमिक्स टाइम्स के अनुसार वैश्विक आर्थिक अस्थिरता, युद्ध-राजनीति और कमजोर शेयर बाजार जैसी वजहों से सोना अक्सर सुरक्षित पोर्टफोलियो में जगह पाता है जिसका असर दाम को ऊपर धकेलता है।
- वर्ल्ड गोल्ड कौंसिल का अनुमान है कि कई वित्तीय संस्थान मानते हैं कि 2026 में सोने की कीमत में और उछाल देखने को मिल सकता है, यदि केंद्रीय बैंक सोना खरीदते रहे और ब्याज दरें कम बनीं रहें।

संभावित गिरावट (Downside Risks)
- स्थानीय मार्केट में दैनिक उतार-चढ़ाव: कभी-कभी सोने के भाव में गिरावट भी देखी गई है, जैसे कुछ ट्रेडिंग सेशंस में भारी सेल-ऑफ़ और उतार ने दामों को नीचे कर दिया।
- सीमैक्स जैसे प्लेटफॉर्म्स ने मार्जिन बढ़ा दिए: इससे कुछ व्यापारियों को सोना बेचने का दबाव भी महसूस हुआ, जिससे स्थानीय ट्रेडिंग में गिरावट सामने आई।
अनुमान: कल के लिए सोने के भाव में थोड़ी और बढ़त दिखाई दे सकती है, खासकर अगर वैश्विक बाजार और सुरक्षित निवेश की मांग जारी रहती है तो। लेकिन किसी भी बड़े गिरावट के संकेत को नजरअंदाज़ नहीं किया जा सकता है, खासकर साल के अंत में बाजार में कमतर ट्रेडिंग वॉल्यूम के कारण।
सोने के भाव बढ़ने के मुख्य कारण
- उच्च मांग और सुरक्षित आश्रय: निवेश की प्रवृत्ति, जब आर्थिक अनिश्चितता बढ़ती है, निवेशक सोने की खरीद करते हैं।
- वैश्विक आर्थिक संकेत: फिलहाल कई बड़े विश्लेषक 2026 में भी सोने के दामों के मजबूत रहने की बात कह रहे हैं।
- ब्याज दर के रुझान और मुद्रास्फीति: अगर ब्याज दर कम रहती है और मुद्रास्फीति बनी रहती है, तो सोना निवेशकों के लिए अधिक आकर्षक बनता है।
निष्कर्ष
आज का सोना भाव मजबूत रूख दिखा रहा है और विशेषज्ञों के मुताबिक आगे भी दाम ऊपर की ओर रुख कर सकते हैं, खासकर 2026 की संभावनाओं और वैश्विक आर्थिक स्थिति को देखते हुए। फिर भी, स्थानीय बाजार में उतार-चढ़ाव तेजी से हो रहे हैं, इसलिए खरीदारों और निवेशकों को बाजार की रोज़ाना रिपोर्ट देख-समझ कर निर्णय लेना चाहिए।
सोने की कीमतों का ऐतिहासिक सफर (10 ग्राम 24 कैरेट के आधार पर)
- 2010–2011 (पहला बड़ा उछाल): ₹18,000–20,000। उस दौर में यही “महँगा सोना” माना जाता था।
- 2013–2014: ₹28,000–30,000।
- 2019–2020 (कोरोना काल): ₹50,000–56,000।
- 2022–2023: ₹60,000–65,000।
- 2024–2025 (वर्तमान दौर): ₹1,35,400 के आस-पास। शादी-ब्याह और निवेश दोनों में चर्चा “इतिहास का सबसे महँगा सोना”।
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