Close Menu
Elaan NewsElaan News
  • Elaan Calender App
  • एलान के बारे में
  • विदेश
  • भारत
  • महाराष्ट्र
  • एलान विशेष
  • लेख / विचार
Letest

क्या गोल्ड की कीमत और बढ़ेगी?

December 30, 2025

बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री ख़ालिदा ज़िया का निधन, भारत समेत राजनीतिक दलों ने जताया शोक

December 30, 2025

‘भारत पहले से ही हिंदू राष्ट्र है’: भागवत का बयान लोकतंत्र के लिए चेतावनी है

December 29, 2025
Facebook X (Twitter) Instagram
Trending
  • क्या गोल्ड की कीमत और बढ़ेगी?
  • बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री ख़ालिदा ज़िया का निधन, भारत समेत राजनीतिक दलों ने जताया शोक
  • ‘भारत पहले से ही हिंदू राष्ट्र है’: भागवत का बयान लोकतंत्र के लिए चेतावनी है
  • इमरान बेलूरे की मौत: आत्महत्या या हत्या?
  • भाजपा राज में पीड़ित महिलाओं को इन्साफ मिलना नामुमकिन?
  • जामिया में सवाल पूछना भी अब अपराध?
  • हिंदुत्ववादी भीड़ की हिंसा की आग जब अपने ही समाज को जलाने लगे
  • मुंबई के सत्ता की जंग के लिए ठाकरे बंधुओं की एकजुटता ?
Facebook Instagram YouTube
Elaan NewsElaan News
Subscribe
Tuesday, December 30
  • Elaan के बारे में
  • भारत
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • Elaan विशेष
  • लेख विचार
  • ई-पेपर
  • कैलेंडर App
  • Video
  • हिन्दी
    • English
    • हिन्दी
    • اردو
Elaan NewsElaan News
Home»भारत

हिंदुत्ववादी भीड़ की हिंसा की आग जब अपने ही समाज को जलाने लगे

adminBy adminDecember 25, 2025 भारत No Comments4 Mins Read
Image credit : dainik bhasker
Share
Facebook Twitter LinkedIn Pinterest Email

हिंदुत्ववादी भीड़ की हिंसा : केरल के पलक्कड़ में छत्तीसगढ़ के मज़दूर रामनारायण बघेल की पीट-पीटकर हत्या सिर्फ़ एक आपराधिक घटना
नहीं है, बल्कि यह उस ख़तरनाक सामाजिक और राजनीतिक माहौल का नतीजा है, जिसमें धर्म, संदेह, अफ़वाह और
पहचान की राजनीति को लगातार हवा दी जा रही है। जिस व्यक्ति को ‘बांग्लादेशी’ कहकर मार दिया गया, वह एक
ग़रीब हिंदू मज़दूर था जो अपने परिवार के लिए रोटी कमाने निकला हुआ था। यह सवाल अब टाला नहीं जा सकता
कि मॉब लिंचिंग की जिस राजनीति को वर्षों से ‘दूसरों’ के ख़िलाफ़ भड़काया गया, वही आग अब हिंदुओं को भी
अपनी चपेट में लेने लगी है।


पहचान के शक से मौत तक

रामनारायण बघेल की कहानी भारत के करोड़ों प्रवासी मज़दूरों की तरह ही है, जो घर
की छत पूरी करने का सपना, परिवार की ज़िम्मेदारी और रोज़ी-रोटी की तलाश में निकला था लेकिन केरल में उन्हें
न काम मिला, न घर लौटने का मौक़ा। रास्ता भटकने, शक होने और अफ़वाह फैलने भर से हिंदुत्ववादी भीड़ ने उन्हें
“बांग्लादेशी” घोषित कर दिया और जान ले ली। यह वही पैटर्न है जो देश के कई हिस्सों में देखा गया है, पहले शक,
फिर भीड़, और अंत में हिंसा। न कोई पूछताछ, न कोई क़ानून, सिर्फ़ तत्काल ‘सज़ा’।


राजनीति का टकराव

घटना के बाद केरल में राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप तेज़ हैं। सीपीएम और राज्य सरकार के
मंत्री इसे आरएसएस की नफ़रत की राजनीति का परिणाम बता रहे हैं, जबकि बीजेपी इसे ‘स्थानीय बनाम बाहरी’
का मामला कहकर राजनीतिक रंग देने से इनकार कर रही है। लेकिन तथ्य यह है कि गिरफ़्तार अभियुक्तों की
वैचारिक पृष्ठभूमि पर बहस से ज़्यादा ज़रूरी यह समझना है कि भीड़ को यह नैतिक साहस कहां से मिला कि वह
किसी को विदेशी, चोर या अपराधी घोषित कर दे। यह साहस अचानक पैदा नहीं होता बल्कि यह सालों की
बयानबाज़ी, अफ़वाहों और ‘पहचान आधारित डर’ की देन है।


आरएसएस की राजनीति और उलटा असर

पिछले कुछ वर्षों में ‘घुसपैठिए’, ‘अवैध विदेशी’ और ‘राष्ट्रीय सुरक्षा’
जैसे शब्दों का इस्तेमाल जिस तरह आम भाषणों और प्रचार में हुआ है, उसने समाज में स्थायी शक का माहौल
बनाया है। यह शक अब सिर्फ़ मुसलमानों या किसी एक समुदाय तक सीमित नहीं रहा। रामनारायण बघेल हिंदू थे,
दलित समाज से आते थे, फिर भी भीड़ के लिए यह मायने नहीं रखता था। चेहरे, भाषा या अकेले होने भर से उन्हें
‘दूसरा’ बना दिया गया। यह वही मोड़ है जहां नफ़रत की राजनीति अपने ही दावों को निगलने लगती है।


सभ्य समाज का टूटता हुआ आईना

केरल लंबे समय से सामाजिक चेतना, प्रवासी मज़दूरों की स्वीकार्यता और
साम्प्रदायिक सौहार्द्र के लिए जाना जाता रहा है। लेकिन मधु से लेकर रामनारायण तक की घटनाएं बताती हैं कि
कोई भी समाज इस ज़हर से अछूता नहीं है। मॉब लिंचिंग की घटनाओं के बीच घटता अंतराल इस बात का संकेत है
कि समस्या सिर्फ़ क़ानून-व्यवस्था की नहीं, बल्कि सामाजिक सोच की भी है।


ज़िम्मेदारी किसकी?

सरकारें एसआईटी बनाती हैं, बयान देती हैं, मुआवज़े की घोषणा करती हैं, यह सब ज़रूरी है।
लेकिन उससे ज़्यादा ज़रूरी है यह स्वीकार करना कि भीड़ की हिंसा एक संगठित मानसिकता का नतीजा है। जब
तक नफ़रत फैलाने वाली राजनीति पर स्पष्ट और ईमानदार रोक नहीं लगेगी, तब तक रामनारायण जैसे लोग मरते
रहेंगे चाहे फिर वे किसी भी धर्म के हों। आज यह आग हिंदुओं को भी जला रही है। कल यह किसी और को जला
सकती है। सवाल यह नहीं कि अगला शिकार कौन होगा, सवाल यह है कि क्या समाज और राजनीति समय रहते
इस आग को बुझाने का साहस दिखाएंगे? रामनारायण बघेल की मौत सिर्फ़ एक परिवार की त्रासदी नहीं है बल्कि यह
उस भारत के लिए चेतावनी है, जहां भीड़ को इंसाफ़ का ठेकेदार बना दिया गया है।


एलान के व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक करें https://whatsapp.com/channel/0029VbB3aSm9mrGWWsWCmi2Y


Also Read : मुंबई के सत्ता की जंग के लिए ठाकरे बंधुओं की एकजुटता ?

bjp hindutwwadi moblinching muslim rss क़ानून-व्यवस्था केरल घुसपैठिए हिंदुत्ववादी भीड़ की हिंसा
admin
  • Website

Keep Reading

क्या गोल्ड की कीमत और बढ़ेगी?

बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री ख़ालिदा ज़िया का निधन, भारत समेत राजनीतिक दलों ने जताया शोक

‘भारत पहले से ही हिंदू राष्ट्र है’: भागवत का बयान लोकतंत्र के लिए चेतावनी है

भाजपा राज में पीड़ित महिलाओं को इन्साफ मिलना नामुमकिन?

जामिया में सवाल पूछना भी अब अपराध?

मुंबई के सत्ता की जंग के लिए ठाकरे बंधुओं की एकजुटता ?

Add A Comment
Leave A Reply Cancel Reply

Latest Post
  • क्या गोल्ड की कीमत और बढ़ेगी?
  • बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री ख़ालिदा ज़िया का निधन, भारत समेत राजनीतिक दलों ने जताया शोक
  • ‘भारत पहले से ही हिंदू राष्ट्र है’: भागवत का बयान लोकतंत्र के लिए चेतावनी है
  • इमरान बेलूरे की मौत: आत्महत्या या हत्या?
  • भाजपा राज में पीड़ित महिलाओं को इन्साफ मिलना नामुमकिन?
Categories
  • Uncategorized
  • एलान विशेष
  • धर्म
  • भारत
  • महाराष्ट्र
  • लातुर
  • लेख विचार
  • विदेश
  • विशेष
Instagram

elaannews

📺 | हमारी खबर आपका हौसला
⚡️
▶️ | NEWS & UPDATES
⚡️
📩 | elaannews1@gmail.com
⚡️

औरंगाबाद में इम्ति औरंगाबाद में इम्तियाज जलील के ख़िलाफ़ मजलिस के वफादार साथियों का विरोध. .#elaannews #aimim #aurangabad #imtiyazjalil
Abhishek Thakur Ne Di Sharukh Khan Ko Maarne Ki Dh Abhishek Thakur Ne Di Sharukh Khan Ko Maarne Ki Dhamki #elaannews #breakingnews #viralvideo #kkrteam2026 #sharukhkhan
#विकास के दावे ? क्या है ज़मीनी #सच्चाई ? | #लातूर #वार्ड नं.2 #LIVE Full video on youtube. .#latur #laturnews #laturlive #laturelection#laturelections
फ़ारूक़ शाब्दी : राज्य कार्यकारी अध्यक्ष ने इस्तीफा देते हुए कहा.. #elaannews​ #breakingnews​ #mimnews​ #faruqsabdi
Follow on Instagram
Facebook X (Twitter) Pinterest Vimeo WhatsApp TikTok Instagram

News

  • महाराष्ट्र
  • भारत
  • विदेश
  • एलान विशेष
  • लेख विचार
  • धर्म

Subscribe to Updates

Get the latest creative news from FooBar about art, design and business.

© 2024 Your Elaan News | Developed By Durranitech
  • Privacy Policy
  • Terms
  • Accessibility